Tag: कनक तिवारी
कविता से बड़ा कवि
— कनक तिवारी —
यह कवि मेरे लिए कभी फ़कत कवि नहीं रहा। लिखने पढ़ने की दुनिया में शायद मैं अकेला शेष हूं जिसका इससे...
इक्कीसवीं सदी की दहलीज़ पर भगत सिंह
— कनक तिवारी —
भगत सिंह सम्भावनाओं के जननायक बनकर इतिहास में अपनी धारदार उपस्थिति दर्ज कराते हैं। उन्हें देश के लिए जीने की ज़्यादा...
संविधान दिवस पर संविधान की आत्मा का बयान
— कनक तिवारी —
हे पवित्र संविधान! आज संविधान दिवस के अवसर पर मैं इकबाल करता हूं कि मैं तुम्हारे यज्ञ की समिधा हूं। मैंने...
लोहिया को समझने की कोशिश
— कनक तिवारी —
गणेश मंत्री की समझ में लोहिया की उनकी विचार-प्रणाली के मूल में तीन तत्व प्रमुख थे। पहला तत्व था समता को,...
‘एक देश एक चुनाव’ का सरकार का इरादा संविधान को चुनौती
— कनक तिवारी —
सनसनी फैली हुई है कि 18 सितम्बर (2023) से लोकसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। एजेंडा जाहिर या प्रसारित नहीं...