Tag: कुमार प्रशांत
3 दिन का युद्ध : न 3 के, न 13...
— कुमार प्रशांत —
वह कहावत है न : हाथ के तोते उड़ जाना, वह ऐसे ही वक्त के लिए बनी है. उन सभी जंगबाजों...
इतिहास के औरंगजेब
— कुमार प्रशांत —
इतिहास तीन ही काम करता है दर्ज करता है, भूलता है और आगे चलता है। जो लोग, समुदाय या देश ऐसा...
अलविदा मिलान कुंडेरा
— कुमार प्रशांत —
मिलान कुंडेरा नहीं रहे ! मैंने तुरंत देखा कि वे कहां थे जब उनकी मृत्यु हुई? इसलिए नहीं कि मुझे यह...
राजदंड से सजाया गया लोकतंत्र
— कुमार प्रशांत —
सब कुछ नया हो गया ! संसद भवन भी नया हो गया; लोकतंत्र भी नया हो गया; समयके ललाट पर अमिट हस्ताक्षर कर प्रधानमंत्री ने...