Tag: केशव शरण
अलविदा सर्व सेवा संघ परिसर वाराणसी !
— केशव शरण —
कल सुबह दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर जब मैंने व्हाट्सएप खोला तो जो सूचनाएँ, विडियोज और अपीलें सर्वोदय जगत और सर्व...
चार कवि : चार कविताएँ
— केशव शरण —
उज्ज्वल विचार काले ख़याल
देहधारी गाँधी
आज़ाद थे
ग़ुलाम बनाने वाली सत्ताओं में ताक़त नहीं थी
कि वे उन्हें
अपने अधीन कर लेतीं
देहधारी गाँधी
आज़ादी के लिए...