Tag: छठ
सूर्य, सूप और संकल्प: छठ का काव्यात्मक प्रतिबिंब – परिचय दास
छठ की संध्या घाटों पर उतरते ही दृश्य बदल जाता है। सूर्य का अस्त जल में प्रतिबिंबित होकर झिलमिलाता है और घाट के किनारे...
छठ और चुनावी समर में बिहार- दो उत्सव साथ
— रणधीर कुमार गौतम और केयूर पाठक —
छठ “हिन्दुओं” का त्यौहार नहीं है. होना भी नहीं चाहिए. त्यौहार समाज का होता है- उसमें रहनेवाले...
यथार्थ भक्ति
— अच्युतानंद किशोर 'नवीन' —
गत एक साल से मैं बावन बीघा स्थित नवनीत की चक्की से गेहूं पिसाता आ रहा हूं। छठ पूजा की...













