Tag: पुस्तक लोकतंत्र का भविष्य; लेखक अरुण कुमार त्रिपाठी
लोकतंत्र इतनी सॉंसत में क्यों है?
— कृष्ण प्रताप सिंह —
निर्धन जनता का शोषण है, कहकर आप हॅंसे।/ लोकतंत्र का अंतिम क्षण है, कहकर आप हॅंसे/ सबके सब हैं भ्रष्टाचारी, कहकर आप हॅंसे।/...