Tag: बिहार
स्मृति : सच्चिदानंद सिन्हा
— परिचय दास —
सच्चिदानंद सिन्हा उन विरल समाजवादी विचारकों में थे जिन्होंने भारतीय सामाजिक जीवन को केवल सिद्धांतों के आधार पर नहीं बल्कि जमीनी...
सैंया भये कोतवाल – डॉ योगेन्द्र
सुबह सूरज ठीक से उगा नहीं। सूरज पर कटे कटे बादल छाये रहे। ठंड के कारण खिड़कियां बंद रहती हैं, इसलिए चिड़िया के स्वर...
गिद्ध और मांस की पोटली की आधुनिक कथा – डॉ योगेन्द्र
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को बैठाकर निर्देश दिया है कि बिहार को भ्रष्टाचार से मुक्त करें। गृहमंत्री सम्राट चौधरी लोगों को...
बिहार का नया मंत्रिमंडल और परिवारवाद – परिचय दास
बिहार में नवम्बर , 2025 में बने नए मंत्रिमंडल की गंभीर विश्लेषण यह दर्शाता है कि पारिवारवाद (डायनैस्टिक पॉलिटिक्स) और वंशवाद की राजनीति इस...
हिंसा और हास्य के बीच बिहार का चुनाव – अरुण कुमार...
बिहार राजनीतिक तौर पर एक जागरूक प्रदेश माना जाता है। इसलिए कोई भी संचार माध्यम बिहार विधानसभा के चुनाव की उपेक्षा कर नहीं सकता।...
इन दिनों डरे हुए लोगों की साज़िश और कांपता लोकतंत्र –...
बिहार - चुनाव में अभी तक कोई घुसपैठिया नहीं आया तो बिहारवासियों को मजा नहीं आ रहा हर चुनाव में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और बीजेपी...
डालमियानगर : बिहार की राजनीति का सबसे बड़ा खंडहर
— अरविंद शर्मा —
बिहार में चुनाव नजदीक आते ही पुराने टेप बजाए जाने लगे हैं—“बिहार में का बा?” जो पूछ रहे हैं, उन्हें सबसे...
बिहार को पीछे छोड़कर भारत आगे नहीं जा सकता है।
— मोहन गुरुस्वामी —
1984 में मेरे हार्वर्ड से वापस आने के तुरत बाद, वहाँ की स्थितियां कैसी हैं और कारण क्या हैं, को समझने...
जो जीता वही सिकंदर!
— प्रोफेसर राजकुमार जैन —
ऐसे कार्यकर्ता जिन्होंने तमाम उम्र अपनी पार्टी के सिद्धांतों, झंडे के साथ बंध कर गुजारे हो अगर उसका कोई वली...
एका एक मिलै गुरु पूरा
— मेधा —
भारतीय भक्ति और सूफ़ी परंपरा में गुरु की महिमा का बहुत अधिक बखान हुआ है। यूँ तो व्यक्ति यदि सचेत हो और...



















