Tag: मधु लिमये
वाराणसी में मधु लिमये के व्यक्तित्व और कृतित्व पर संगोष्ठी
12 अगस्त। वाराणसी में राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के परिसर में मधु लिमये शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में 'मधु लिमये व्यक्तित्व और कृतित्व'...
दलबदल कानून को लेकर मधु लिमये ने जो आशंकाएं जताई थीं...
वक्त मधु लिमये को याद करने का है। दलबदल विरोधी कानून के गर्द-ओ-गुबार से भरे इस वक्त के जब हम पार देखते हैं तो...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : अंतिम किस्त
आज हमारे देश में राजे-रजवाड़े खत्म हो चुके हैं, जमींदारी प्रथा को कानूनन समाप्त कर दिया गया है और बहुत सारे उद्योगों का, जैसे...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 58वीं किस्त
समापन
स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास की समालोचना करते समय आंदोलन के विभिन्न पहलुओं पर हमने नजर डाली है। प्रारंभ में राष्ट्रीय कांग्रेस का आंदोलन इने-गिने...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 57वीं किस्त
गांधीजी सनातनी हिंदुओं के खिलाफ विद्रोह करने के लिए तो तैयार थे, लेकिन डॉ. आंबेडकर के सारे विचार उन्हें मान्य नहीं थे। मसलन...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 55वीं किस्त
कांग्रेस के अधिवेशनों में 1920 तक सामाजिक प्रश्नों पर न कभी विचार हुआ न उनके ऊपर किसी तरह का प्रस्ताव कांग्रेस ने पास किया।...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 54वीं किस्त
स्वतंत्रता प्राप्ति तक के कांग्रेस के आर्थिक कार्यक्रमों और औद्योगिक तथा भूमि संबंधी नीतियों का सिंहावलोकन हमने दिया। यह स्पष्ट है कि 1929 के...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 53वीं किस्त
इस तरह कांग्रेस के आर्थिक कार्यक्रमों में 1930-32 की सिविल नाफरमानी के बाद कोई प्रगतिशील परिवर्तन नहीं हुआ बल्कि प्रगति पर रोक लगाने का...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 51वीं किस्त
सन 1920 तक कांग्रेस के जितने अध्यक्ष हुए उनमें सबसे अधिक संख्या यानी 17 वकीलों की थी। तीन अध्यक्षों का अपने जीवनकाल में शिक्षा...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 50वीं किस्त
सन 1918 में औदयोगिक कमीशन की सिफारिशें प्रकाश में आयीं। इस कमीशन ने औद्योगीकरण की प्रक्रिया में सरकारी भूमिका पर विशेष जोर दिया गया...