Tag: Contemporary Hindi Fiction
समय व समाज का सच, सादगी और सरोकार
— शर्मिला जालान —
अपने पहले कहानी संग्रह आखिरी टुकड़ा में संजय गौतम ने पिछले अढ़ाई-तीन दशक में लिखी पच्चीस कहानियों के द्वारा देश में हो रहे...
जिजीविषा और प्रेम के अनुभूति-आख्यान
— केशव शरण —
डॉ हंसा दीप के अनुभव और लेखन के दायरे में न सिर्फ हिंदुस्तान का जनजीवन है बल्कि विदेश का भी लोक...