Tag: Hindi poet Ranjeeta Singh ‘Falak’
रंजीता सिंह ‘फलक’ की पॉंच कविताएँ
1. बिसराई गईं बहनें और भुलाई गईं बेटियां
बिसराई गईं बहनें
और
भुलाई गईं बेटियाँ
नहीं बिसार पातीं
मायके की देहरी।
हालांकि जानती हैं
इस गोधन में नहीं गाए जाएँगे
उनके नाम...