Tag: Hindi Poet Vimal Kumar
विमल कुमार की सात कविताएं
1. नए साल पर
मैं सिर्फ तारीख नहीं हूँ
जो बदल जाता हूँ
मैं अपने समय का इतिहास भी हूँ
जो बीतता रहता हूँ
न जाने कितने ज़ख्मों को...
विमल कुमार की पाँच कविताएँ
1. मेरा चाँद
कहाँ गया मेरा चाँद
लगता है वो कभी था ही नहीं मेरे आसमान पर
अगर वो होता
तो जरूर आता मेरे बाम पर
उतरता सीढ़ियों से नीचे धीरे धीरे
फिर...