Tag: Keshav Sharan
शिव कुमार पराग, केशव शरण, कुमार अरुण की कविताएँ
— शिव कुमार पराग —
गांधी : इनके मारे नहीं मरेंगे
इनके मारे नहीं मरेंगे
गाँधी फिर-फिर जी उट्ठेंगे।
नफरत के ठेकेदारों से,
हिंसा के पैरोकारों से,
कह दो, गाँधी डटे...
किसान आंदोलन का संदेश
— केशव शरण —
जिस दिन संसद में कृषि के तीनों बिल पास हुए थे लोगों को लगने लगा था कि अब देश का आर्थिक...
गंगा-जमुनी तहज़ीब की उम्दा आवाज़ थे मेयार सनेही
— केशव शरण —
सजाकर दामने-अल्फ़ाज़ में ख़याल के फूल/ मैं दे रहा हूँ ज़माने को बोल-चाल के फूल- जैसे बेहतरीन शे'र और ग़ज़लों से...