Tag: rural reality in Hindi fiction
विकास ने नहीं बख्शा किसी गांव को
— प्रतापराव कदम —
हमारे देश के गांवों का जिक्र होते ही प्रेमचंद, फणीश्वरनाथ, रेणु, शिवमूर्ति, महेश कटारे, सुरेन्द्र वर्मा, मिथिलेश्वर की याद आती है, याद आता है श्रीलाल शुक्ल के ‘राग दरबारी’ का...