11 जुलाई। संयुक्त किसान मोर्चा ने नवनियुक्त कृषि राज्यमंत्री शोभा करांदलाजे के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा है कि आंदोलन कर रहे किसान, वास्तव में किसान नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि आंदोलनकारियों को बेहतर तरीके से समझाकर आंदोलन समाप्त किया जा सकता है। उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि अन्य मंत्रियों की तरफ से भी यही सब बोला जाएगा। इससे जाहिर है कि मंत्रीगण मसले को सुलझाने के लिए प्रयत्नशील नहीं हैं बल्कि सिर्फ अपने आका के अहंकार को तुष्ट करने का खेल खेल रहे हैं। किसानों ने साफ कर दिया है कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द कराये बिना आंदोलन खत्म नहीं होगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषिराज्य मंत्री को सुझाव दिया है कि वे किसानों की मांगों और आंदोलन के बारे में अपनी खामखयाली को छोड़कर अपनी जानकारी को दुरुस्त रखें।
इस बीच हरियाणा में अनेक स्थानों पर किसानों द्वारा काले झंडे दिखाकर बीजेपी नेताओं के विरोध का सिलसिला जारी है। दो दिन पहले कुरुक्षेत्र में मंत्री कमलेश धांडा का किसानों ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया। विरोध के चलते मंत्री की मीटिंग की जगह बदल दी गयी तो किसान नयी जगह भी पहुंच गये और काले झंडे दिखाये। कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया गया, हालांकि उन्हें बाद में छोड़ दिया गया। एक दिन पहले जींद में बीजेपी की मीटिंग को किसानों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। उसी दिन हिसार में पार्टी की मीटिंग में हिस्सा लेने गये बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनकड़ को भी काले झंडों के साथ किसानों का विरोध झेलना पड़ा। एक दिन पहले यमुनानगर में भी यही हुआ, किसानों ने मंत्री मूलचंद शर्मा को काले झंडे दिखाये।
इस बीच शामली, मुजफ्फरनगर और बागपत से किसानों के कई बड़े जत्थे सिंघु बार्डर पहुंचे।
सद्भावना मिशन हेल्थ कैंप
संयुक्त किसान मोर्चा ने सिंघु बार्डर पर सद्भावना मिशन हेल्थ कैंप की शुरुआत की है। मिशन का मकसद आंदोलनकारी किसानों के साथ ही स्थानीय लोगों को सेहत संबंधी सहायता मुहैया कराना है। यह सुविधा पूरी तरह मुफ्त है। आंख संबंधी परेशानियों की जांच गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को की जाएगी। हृदय रोग संबंधी इलाज के लिए रविवार को डॉक्टर मौजूद रहेंगे। और इसमें हृदय रोग के जाने-माने विशेषज्ञ, पद्मभूषण से विभूषित डॉ केएस क्लेर अपनी सलाह देंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि जब तक आंदोलन चलेगा तब तक सद्भावना मिशन हेल्थ कैंप जारी रहेगा।