4 अगस्त। पिछले आठ माह से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए जय किसान आंदोलन, बिहार का एक दस्ता दिल्ली के गाजीपुर मोर्चे पर पहुंचा। इस दल का नेतृत्व स्वराज इंडिया, बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश प्रसाद राय, प्रदेश सचिव मृत्युंजय दुबे, जय किसान आंदोलन, बिहार के नेता मुकेश कुमार मिश्र और प्रदेश प्रवक्ता आफताब अंजुम ‘बिहारी’ कर रहे थे।
बिहार के नेताओं ने किसान आंदोलन के नेता और भाकियू के अध्यक्ष राकेश टिकैत से मुलाकात की, और बिहार में किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। इसके उपरांत उन्होंने जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक अविक साहा और स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रो अजित झा से मुलाकात की और किसानों के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की।
बिहार से आए नुमाइंदों ने संसद के समानांतर चल रहे किसान संसद में हिस्सा लिया, और बिहार की कृषि और किसानों की स्थिति, और फसल के दाम के मुद्दे को सदन के सामने रखा। सदन को संबोधित करते हुए सुरेश प्रसाद राय ने बिहार के किसानों की बदहाली का कारण मंडी व्यवस्था न होना और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य न मिल पाना बताया। मृत्युंजय दुबे ने सदन को संबोधित करते हुए बिहार के किसानों के मुद्दों पर चर्चा की।
जय किसान आंदोलन बिहार के नेता मुकेश कुमार मिश्र ने एक बयान में बिहार के किसानों से अपील करते हुए, कृषि के मुद्दे को राजनीति के केंद्र में लाने को कहा। उन्होंने याद दिलाया कि कृषि प्रधान प्रदेश होने के बावजूद बिहार में किसानों की आय देश के किसानों की औसत आय की आधी है। जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक अविक साहा ने बिहार में फसल के दाम और फसल बीमा योजना के मुद्दे पर चर्चा करते हुए बिहार के किसानों से प्रदेश में किसान आंदोलन खड़ा करने का आह्वान किया। उन्होंने इस तथ्य को संज्ञान में लिया कि खेती में हो रहे नुकसान के कारण बिहार के लोगों को अपना घरबार छोड़ दूसरे राज्यों में मजदूरी करना पड़ता है। जय किसान आंदोलन इन मुद्दों को बिहार के किसानों के बीच उठाएगा।
– ऋषि आनंद