2 अक्टूबर। जय किसान आंदोलन ने शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राज्य में बाजरे की तत्काल खरीद शुरू करने को की मांग की। मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया कि जहां बाजरे की खेती की कुल लागत ₹1549 प्रति क्विंटल है, वहीं किसानों को उनकी उपज के लिए ₹1100 से ₹1300 के बीच ही मिल पा रहा है, और इस प्रकार ₹250 से ₹450 प्रति क्विंटल का नुकसान हो रहा है।
जबकि राजस्थान बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक है, और देश में बाजरे की कुल पैदावार का आधा उगाता है, राज्य में कटी हुई फसल की खरीद के लिए कोई बुनियादी ढांचा नहीं है। राजस्थान के किसान अपनी फसल को आसपास के राज्यों में बेचने को मजबूर हैं जहां बाजरा की कुछ सीमित खरीद होती है। हालांकि, हरियाणा में हाल ही में हुए नीतिगत बदलाव ने इस दरवाजे को भी बंद कर दिया है। चूंकि बाजरा की फसल पहले ही कट चुकी है, और उपज बाजार में आने लगी है, किसान अब गहरे संकट में हैं।
जय किसान आंदोलन ने गहलोत से, जिन्होंने अपनी पार्टी के साथ, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ उनके हालिया संघर्ष में किसानों को अपना समर्थन दिया और उनके साथ खड़े रहे, किसानों की चिंताओं पर ध्यान देने, और एक अधिसूचना जारी कर हर जिले में तुरंत खरीद सुविधाओं को खोल, ₹ 2250 के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरा की खरीद शुरू करने का आग्रह किया है।
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