हरियाणा में जय किसान आंदोलन की मंडी यात्रा

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1 नवंबर। राजस्थान के बाद जय किसान आंदोलन ने अब हरियाणा में भी बाजरे की खरीद में हो रही लूट का मसला उठाया है। बाजरे का एमएसपी 2250 रु है लेकिन राजस्थान की तरह यहां भी किसान को एक क्विंटल पर कई सौ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। यह तथ्य जय किसान आंदोलन ने जमीनी हालात का जायजा लेने के बाद पेश किया है।

गौरतलब है कि जय किसान आंदोलन की एक टीम हरियाणा में मंडी यात्रा पर है, जिसमें किसानों से अनाज खरीद की सरकारी मंडियों में जाकर यह देखा जा रहा है कि सरकारी दावे के मुताबिक किसानों को एमएसपी मिल रहा है या नहीं। जय किसान आंदोलन ने पाया कि एक भी मंडी में एमएसपी पर बाजरे की खरीद नहीं हो रही है, यानी एमएसपी का सरकारी दावा एकदम खोखला है।

इस मंडी यात्रा की टीम में योगेन्द्र यादव, जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविक साहा और महासचिव दीपक लाम्बा भी शामिल हैं। दो दिन की यह मंडी यात्रा 1 नवंबर सोमवार को रेवाड़ी से शुरू हुई। जय किसान आंदोलन के नेताओं ने सोमवार को रेवाड़ी, कनीना और अटेली की मंडी में एमएसपी मिल रहा है या नहीं, इसका जायजा लिया। यात्रा के दौरान रेवाड़ी और नारनौल में प्रेस वार्ता भी की गयी।

यात्रा के दौरान किसानों से बातचीत में एमएसपी न मिलने के अलावा खाद की भयानक किल्लत की शिकायत भी हर जगह जोर-शोर से सामने आयी। पता चला कि डीएपी के लिए रात एक-दो बजे से ही किसान लाइन में लग जाते हैं। इस मामले में किसानों से बातचीत के बाद जय किसान आंदोलन के नेताओं ने कहा कि यह सरकार निर्मित संकट है, यह उसके निकम्मेपन की देन है।

मंडी यात्रा आज मंगलवार को भिवानी मंडी पहुंचेगी और वहां किसानों का अनुभव जानने के बाद रोहतक में प्रेस वार्ता के साथ यात्रा का समापन होगा।

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