12 दिसंबर। किसान संघर्ष समिति की 288वीं किसान पंचायत किसंस के अध्यक्ष डॉ सुनीलम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। उन्होंने किसान पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि आगामी 25 दिसंबर को किसान संघर्ष समिति का स्थापना दिवस प्रदेश भर में मनाया जाएगा और 289वीं किसान पंचायत मुलतापी में 12 जनवरी 22 को आयोजित की जाएगी जिसे देश भर के किसान नेता संबोधित करेंगे।
डॉ सुनीलम ने ऐतिहासक जीत के लिए किसानों को बधाई देते हुए एमएसपी पर कृषि उत्पादों की खरीद की कानूनी गारन्टी और लखीमपुर खीरी हत्याकांड के जिम्मेदार गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी को लेकर पहले से बड़ा आंदोलन चलाने की तैयारी में जुटने की किसानों से अपील की।
किसान पंचायत में मध्यप्रदेश के विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने किसानों और मजदूरों की समस्याओं पर अपने विचार रखे तथा आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि 380 दिन के लम्बे संघर्ष और 715 किसानों की शहादत के बाद तीनों काले कृषि कानून संसद द्वारा रद्द किए गए हैैं। संयुक्त किसान मोर्चे के नेतृत्व में चले किसान आंदोलन ने किसानों को सम्मान दिलाया है लेकिन इसकी भारी कीमत किसानों ने चुकायी है। किसान आंदोलन ने फसलों की एमएसपी की मांग, आंदोलन के दौरान दर्ज हुए प्रकरणों को वापस लेने, पराली कानून में किसानों पर दण्ड के प्रावधानों को हटाने तथा बिजली संशोधन बिल वापस लेने आदि मांगों पर सरकार की सहमति के आधार पर फिलहाल आंदोलन स्थगित किया है, खत्म नहीं। यह किसान आंदोलन का प्रथम चरण था। एमएसपी पर खरीद की कानूनी गारंटी और लखीमपुर खीरी हत्याकांड के दोषी मंत्री की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग को लेकर आगे भी आंदोलन चलाया जाएगा तथा यूपी और उत्तराखंड मिशन के तहत इन्हीं मुद्दों को लेकर भाजपा को वोट नहीं देने की अपील की जाएगी।
रविवार को हुई किसान पंचायत में सभी कृषि उत्पादों की लागत से डेढ़ गुना दाम (सी 2+50%) पर खरीद की जाए, केरल की तर्ज पर सब्जियों और फलों की एमएसपी पर खरीद का कानून बनाए जाने, सभी किसानों का कर्जा माफ किए जाने, धान, मक्का, सोयाबीन की एमएसपी पर शीघ्र खरीद शुरू की जाने, जंगली पशुओं से फसलों को बचाने के लिए किसानों को कंटीले तार की फेंसिंग के लिए 75 फीसद अनुदान दिए जाने, बिजली बिल की अवैध वसूली पर रोक लगाने, प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई किये जाने, कृषि लागत कम करने के लिए सब्सिडी पर खाद, बीज, कीटनाशक, मशीनें तथा डीजल उपलब्ध कराए जाने, सीधी-सिंगरौली में रेत की कालाबाजारी पर रोक लगाए जाने तथा आदिवासियों का विस्थापन बंद किये जाने, किसान 2 रुपये किलो में आलू बेचने को मजबूर है इसलिए आलू की एमएसपी पर खरीद किये जाने कि मांग उठाई गयी। सिवनी जिले में माचागोरा बांध की मुख्य नहर कई जगहों से फूटने के कारण बार बार बंद करने से किसानों की बोनी नहीं हो सकी है, जिन्होंने बोनी की है उनकी फसल सूखने के कगार पर है। माइनर केनाल निर्माण में भारी अनियमितताओं की जांच कराने, इसी तरह रेलवे ब्राडगेज का काम सिवनी-छिंदवाड़ा के बीच बना ब्रिज बारिश में पानी से भर जाता है जिसके कारण आवागमन में स्थानीय लोगों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है, इसकी जांच कराने, किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराये जाने को लेकर प्रस्ताव पारित किए गए जिन्हें ज्ञापन स्वरूप मुख्यमंत्री को भेजने का निर्णय लिया गया।
किसान पंचायत में शामिल किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रदेशभर से 12 जनवरी को 24वें शहीद किसान स्मृति सम्मेलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु पहुंचने की जानकारी दी।
किसान पंचायत को अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश महासचिव प्रहलाद दास बैरागी, भारतीय किसान यूनियन के उपाध्यक्ष अनिल यादव, नर्मदा बचाओ आंदोलन के मुकेश भगोरिया, सयुंक्त किसान मोर्चा रीवा के संयोजक एडवोकेट शिवसिंह, सिवनी से किसान सभा के डीडी वासनिक, छतरपुर से किसान क्रांति के अध्यक्ष दिलीप शर्मा, राजगढ़ से भाकियू के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह तोमर, छिंदवाड़ा से किसंस की उपाध्यक्ष एड.आराधना भार्गव, इंदौर से किसान संघर्ष समिति के संयोजक रामस्वरूप मंत्री, रीवा से किसान संघर्ष समिति के संयोजक इंद्रजीत सिंह शंखू, सिवनी से किसंस के संयोजक राजेश पटेल, सीधी-सिंगरौली के संयोजक निसार आलम अंसारी, सिवनी से किसान संघर्ष समिति के प्रदेश सचिव डॉ राजकुमार सनोडिया, ग्वालियर से किसान संघर्ष समिति के प्रदेश सचिव एड रायसिंह, उपाध्यक्ष शत्रुघ्न यादव, रायसेन से किसंस के प्रदेश सचिव श्रीराम सेन, भोपाल से जिलाध्यक्ष एड.दीपक बुंदेले, सागर से किसंस के जिलाध्यक्ष अभिनय श्रीवास, मंदसौर से जिलाध्यक्ष दिलीपसिंह पाटीदार, अलीराजपुर से जिलाध्यक्ष नवनीत मंडलोई, अशोक नगर के जिलाध्यक्ष एड महेन्द्र सिंह यादव, सिंगरौली के जिलाध्यक्ष अशोक सिंह पैगाम, छिंदवाड़ा से वरिष्ठ किसान नेता सतीश जैन, किसंस के महामंत्री भागवत परिहार आदि ने संबोधित किया।
– भागवत परिहार
महामंत्री, किसान संघर्ष समिति, मुलतापी