13 जनवरी। गुरुवार सुबह खुदाई खिदमतगार के फैसल ख़ान और कृपाल सिंह मंडलोई ने राजघाट और मौलाना अबुल कलाम आजाद के मज़ार पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद ‘सबका घर’ में साढ़े 11 बजे दोनों साथियो ने उपवास शुरू किया। खुदाई खिदमतगार के साथी डॉ कुश कुमार सिंह, विशाल कुमार और परवेज आलम ने दोनों साथियों को सूत की मालाएं पहनायीं। इस मौके पर खुदाई खिदमतगार के नेता फैसल ख़ान ने कहा कि हम नफरत और हिंसा के सामने मुहब्बत और अहिंसा से अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और देश के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा देंगे। कृपाल सिंह मंडलोई ने कहा कि इस दौर में गांधी की विरासत और उनके अंतिम उपवास के सन्देश को याद करना और भी जरूरी हो गया है। हम सबको प्रण लेने की जरूरत है कि हम किसी भी तरह की हिंसा और नफरत के काम में सहभागी नहीं होंगे।
इस मौके पर मौजूद कुछ युवा प्रतिनधियों ने अपने अपने संगठन की तरफ से समर्थन शदिया और इस लडाई में अपने सहयोग का आश्वासन दिया। उपवास स्थल पर सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन भी किया गया जो रोजाना जारी रहेगा। इसके साथ सोशल मीडिया लाइव होकर दोनों साथी उपवास के उद्देश्यों पर चर्चा करेंगे। ओमिक्रॉन की वजह से बाहरी लोगों को आने की मनाही रहेगी। कुछ साथियों को ही सर्वधर्म प्राथना के लिए बुलाया जाएगा।