18 जनवरी। नफरत के सौदागरों के द्वारा हरिद्वार, दिल्ली, इंदौर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में धर्म संसद के नाम पर मुस्लिमों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा और नरसंहार के लिए उकसाने के संविधान विरोधी, धर्म विरोधी तथा इंसानियत विरोधी संगठित षड्यंत्र को विफल करने के लिए तथा पूरे देश में सर्वधर्म सद्भाव बढ़ाने के लिए सोसायटी फॉर कम्युनल हार्मनी लगातार विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में सक्रिय नागरिकों और संगठनों से संवाद कर रहा है। इसी क्रम में पिछले दिनों 16 जनवरी को युवा राष्ट्रीय संवाद तथा 17 जनवरी को एक और राष्ट्रीय संवाद आनलाइन आयोजित किया। इसमें देश भर में सांप्रदायिक सद्भाव के लिए विभिन्न संगठनों में कार्य करनेवाले युवाओं, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों तथा नागरिक समाज के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था।
‘सोसाइटी’ के ऐसे तमाम रचनात्मक प्रयास के पीछे इसके अध्यक्ष प्रो आनंद कुमार का प्रेरणादायक नेतृत्व रहा है। प्रो आनंद कुमार लगातार कोशिश कर रहे हैं कि कैसे समाज के सभी क्षेत्रों में काम करनेवाले नागरिकों तथा संगठनों को एक मंच पर लाया जाए तथा ऐसे तमाम राजनीतिक षड्यंत्र रचने और धार्मिक विद्वेष फैलानेवाली साजिशों को विफल किया जाए। 16 जनवरी के कार्यक्रम में भी देश के युवाओं ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया और सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ संगठित होने की बात कही।
17 जनवरी के राष्ट्रीय संवाद में प्रख्यात बुद्धिजीवी अनिल नौरिया, के विजय राव, सईदा हमीद, प्रो अरविंदर अंसारी, संदीप पांडे, शकील अहमद, प्रो प्रेम सिंह, रजी रजीउद्दीन, सुरेन्द्र कुमार, शाहिद कमाल, मेधा पुष्कर, शालिनी मालवीय, प्रमोद पांडे, आनंद वर्धन सिंह, रियाज अहमद, रामदत्त त्रिपाठी, अरमान अंसारी, तनवीर एजाज़, संत प्रकाश, शशि शेखर सिंह आदि ने हिस्सा लिया। इस राष्ट्रीय संवाद में सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी तथा पीयूसीएल के प्रख्यात मानव अधिकार कार्यकर्ता एनडी पंचोली ने अपना बीज वक्तव्य दिया। कार्यक्रम में शामिल सभी सरोकारी नागरिकों की सहमति के बाद सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो आनंद कुमार ने श्री के. विजय राव के संयोजन में एक टास्कफोर्स के गठन की घोषणा की, जो पूरे देश में साम्प्रदायिक सौहार्द और सदभाव के लिए कार्य करनेवाले संगठनों को एक मंच पर लाने के लिए सुझाव देगा और कार्य करेगा।