4 मार्च। अपनी फसल के करीब पौने तीन करोड़ रुपए की वसूली के लिए पिछले 2 साल से भटक रहे किसानों ने शुक्रवार को इंदौर कमिश्नर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया तथा मांग की कि मंडी समिति अपनी जवाबदारी निभाते हुए किसानों को मंडी निधि से उनका बकाया का भुगतान कराएं । इस संबंध में मुख्यमंत्री से तत्काल आदेश जारी करने की मांग की गयी। पीड़ित किसानों की ओर से शुक्रवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकारी ग्रुप की सदस्य एवं नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर से भी मुलाकात की तथा उन्हें संपूर्ण मामले की जानकारी दी।
नर्मदा घाटी के मुद्दे को लेकर इंदौर में एक बैठक में भाग लेने आयीं मेधा पाटकर से इंदौर के किसान नेताओं और पीड़ित किसानों ने मुलाकात की। मेधा पाटकर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वे इस संबंध में मध्यप्रदेश सरकार के मंत्रियों तथा विधायकों से 6 मार्च को भोपाल में मुलाकात करेंगी और किसानों के बकाये के भुगतान के लिए सरकार से आदेश देने का आग्रह करेंगी।
उक्त जानकारी देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के इंदौर के नेता रामस्वरूप मंत्री एवं बबलू जाधव ने बताया कि आज दिए ज्ञापन में पीड़ित किसानों ने कहा है कि यदि सरकार ने शीघ्र ही संतोषजनक निर्णय नहीं लिया तो किसानों को मजबूरन बजट सत्र के दौरान तीव्र आंदोलन करना पड़ेगा , जिसकी संपूर्ण जवाबदारी राज्य सरकार की होगी।
संयुक्त किसान मोर्चा की इंदौर इकाई से जुड़े संगठन किसान संघर्ष समिति और भारतीय किसान मजदूर सेना की ओर से दिए गए ज्ञापन और प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव, दिनेश सिंह कुशवाह, शैलेंद्र पटेल, लखन सिंह डाबी, वीरेंद्र पाटीदार, चंदन सिंह बडवाया, मदरू पवार, अरशद पटेल सहित कई किसान प्रतिनिधि शरीक थे।
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