17 मार्च। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने फिर से वैश्विक संकट खड़े कर दिए है। इस युद्ध का असर अब कई देशों की अर्थव्यवस्थ्या पर पड़ता दिख रहा है। भारत में खुदरा महंगाई दर पिछले 8 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। फरवरी में भारत की खुदरा महंगाई दर 6.07 फीसदी रही, जो पिछले 8 महीने में सबसे उच्चतम स्तर पर है।
सोमवार को जारी किए गए सरकारी डेटा के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी होने की वजह से खुदरा महंगाई दर में इजाफा हुआ है। आपको बता दें कि खुदरा महंगाई दर को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक द्वारा मापा जाता है। बताते चलें कि जनवरी में भी खुदरा महंगाई दर 6 फीसदी से ऊपर ही थी। जनवरी 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति 6.01 प्रतिशत थी।
मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इम्पलिमेंटेशन की ओर से सोमवार को खुदरा महंगाई दर से जुड़ा डेटा रिलीज किया गया। आँकड़ों में सरकार ने आरबीआई को खुदरा महंगाई दर को 2-6 फीसदी के बीच सीमित रखने का लक्ष्य दिया है। बात करें अगर फरवरी 2021 की तो उस वक्त खुदरा महंगाई दर 5.03 फीसदी पर रही थी।
आँकड़ों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में सीपीआई मुद्रास्फीति फरवरी 2022 में बढ़कर 6.38 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने में 6.12 प्रतिशत थी। हालांकि, शहरी सीपीआई मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर 5.75 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने में 5.91 प्रतिशत थी। फरवरी 2021 में सीपीआई आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 5.03 प्रतिशत थी।
(MN News से साभार)