9 अप्रैल। दिल्ली में लाल किला इलाके से रेहड़ी पटरी वालों को उजाड़ दिया गया है जिसकी वजह से हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं और उनका और उनके परिवार का जीवन एक बड़ी मुश्किल का सामना कर रहा है।
स्वराज इंडिया के रेहड़ी पटरी मोर्चा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने कहा कि यहां पर काफी लोगों की शिकायत है कि उनके पास लाइसेंस होने के बावजूद उनकी रेहड़ी पटरी कई महीनों से बंद है और वे पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं। हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि स्वराज इंडिया जल्द से जल्द वापस दोबारा इन लोगों की रेहड़ी पटरी लगवाने के लिए संघर्ष करेगी।
चांदनी चौक के भागीरथ प्लेस मार्केट, लाल किला, लाजपत राय मार्केट, साइकिल मार्केट इत्यादि के रेहड़ी पटरी कई महीनों से बंद हैं, दिल्ली सरकार और एमसीडी ने मिलकर मजदूरों की रोजी-रोटी छीनने का काम किया है।
स्वराज इंडिया के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष नवनीत तिवारी ने कहा है कि पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण और पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम, 2014 के तहत बिना कोई विकल्प दिए किसी भी रेहड़ी पटरी वाले को नहीं हटाया जा सकता है। हम पूरी दिल्ली के गरीब, मजदूर, रेहड़ी पटरी वालों के साथ हो रहे अन्याय के विरोध में आवाज उठाएंगे और उनके लिए सड़क से कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे।
इसपर कोर्ट में केस चल। भी रहा है। जहां दिल्ली सरकार और एमसीडी मिलकर इन गरीब रेहड़ी पटरी वालों को यहाँ से भगाने में लगी हुई हैं, वहीं सभी रेहड़ी पटरी वालों ने निर्णय लिया है कि वे 11 अप्रैल को लाल किला चौक पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे, गूंगी-बहरी सरकार को जगाएंगे और कोर्ट तक अपनी आवाज पहुँचाएंगे।
– देवेंद्र शर्मा