5 मई। देश में एक तरफ राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के माध्यम से जाति आधारित-जनगणना सहित 11 मुद्दों को लेकर जहाँ भारत बंद की तैयारी जोरों पर चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ पिछड़े वर्ग को उसकी वास्तविक लड़ाई से उनका ध्यान भटकाने के लिए देश में बड़े पैमाने पर हिन्दू-मुसलमान का मुद्दा खड़ा किया जा रहा है। यह बात राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी विकास पटेल ने एक वार्ता के दौरान कही। भारत बंद के मुद्दे पर उन्होंने कहा, जब भी ओबीसी के हक की लड़ाई मजबूत होती है, तो ओबीसी के मुद्दों को दबाने के लिए इस तरह की कोशिशें हुक्मरानों द्वारा होती रही हैं। इससे पिछड़े वर्गों को सावधान रहना चाहिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चौधरी विकास पटेल (राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा) ने पहले ही कई मुद्दों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की थी। जिसमें पहले चरण में 22 मार्च को देश के 31 राज्यों के जिला मुख्यालयों पर एक साथ बड़े पैमाने पर धरना/प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद 18 अप्रैल को देश सभी जिला मुख्यालयों पर एक साथ रैली निकाली गई थी, तथा जिला मजिस्ट्रेट के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा गया। वहीं अब तीसरे चरण में 25 मई को भारत बंद की तैयारी पूरे जोर-शोर से चल रही है।
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश प्रभारी दुर्गा प्रसाद मौर्य ने कहा, यह लड़ाई केवल ओबीसी के हक अधिकार के लिए ही नहीं है, बल्कि देश एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों के भी हक अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है। इसलिए हमारे मुद्दों में एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों के भी सभी मुद्दे शामिल हैं।
जिस तरह से सरकार 52 प्रतिशत ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दे रही है तो, दूसरी तरफ क्रीमीलेयर के नाम पर आरक्षण उसी तरह से छीन रही है जैसे- दांत वाले को चने न देकर बगैर दाँत वाले को चने दिए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, जब से चरणबद्ध आंदोलन घोषित किया गया है, तब से देश में नये-नये मुद्दों को जन्म दिया जा रहा है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। धीरे-धीरे अजान बनाम चालीसा पर ओबीसी को हिन्दू बनाया जाएगा। ऐसा इसलिए होता है, कि ओबीसी कहीं हिन्दू का चोला उतार न दें। अंत में दुर्गा प्रसाद मौर्य ने देशभर के बहुजनों को अपील करते हुए कहा, इस बंद के आंदोलन में एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को तन-मन-धन से साथ, सहयोग देकर आंदोलन को सफल बनायें।
(MN News से साभार)