12 मई। झारखंड में महिला आयोग का अध्यक्ष पद पिछले एक साल से खाली पड़ा हुआ है। वर्तमान में झारखंड महिला आयोग बिना अध्यक्ष और सचिव के ही संचालित हो रहा है। बता दें कि इससे पहले अध्यक्ष रहीं कल्याणी शरण छह जून 2021 को रिटायर हो चुकी हैं। पद रिक्त रहने के कारण हजारों मामले लंबित हैं।
जानकारी के मुताबिक पिछले एक साल से राज्य के महिला आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई है। आयोग में अध्यक्ष समेत पाँच सदस्यों की नियुक्ति का प्रावधान है। नियुक्तियाँ न होने से महिला आयोग में 3174 मामले लंबित पड़े हैं। एक साल से अधिक समय से यहाँ किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई है।
जानकारी के मुताबिक झारखंड सरकार के अधीन चलनेवाले राज्य महिला आयोग में कार्यरत कर्मियों को पिछले एक साल से वेतन नहीं मिला है। दरअसल आयोग के नियमानुसार अध्यक्ष या महिला सचिव को वित्तीय अधिकार हैं जिससे वेतन या अन्य मद की निकासी हो सकती है।
झारखंड महिला आयोग में हर दिन महिलाओं से संबंधित शिकायतें बढ़ रही हैं, लेकिन अध्यक्ष समेत सदस्यों के नहीं होने की वजह से सुनवाई नहीं हो पा रही है। ना ही मामले का निष्पादन हो रहा है। नतीजतन लंबित मामलों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।