9 जून। सेवा, विचार और रचनात्मक कार्यों को समर्पित भारत के प्रमुख स्वयंसेवी संगठनों में एक ‘नेशनल मूवमेंट फ्रंट’ भारतीय स्वाधीनता आंदोलन की विरासत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता से काम करनेवाला संगठन है। दुनिया भर में सत्य और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी एवं उनके आध्यात्मिक गुरु श्रीमद् राजचंद्र जी के विचारों को आम जनमानस तक ले जाने के प्रयास में नेशनल मूवमेंट फ्रंट ने ‘घर-घर गांधी’ अभियान की अप्रैल माह में शुरुआत की थी।
संगठन के अभिभावक सुज्ञान मोदी एवं इसके राष्ट्रीय संयोजक सौरभ वाजपेयी के निर्देशन में विगत दो महीने से देश के विभिन्न स्थानों पर इस अभियान के तहत नोटबुक्स और कलम नि:शुल्क वितरित की जा रही हैं। संगठन के अनेकों कार्यकर्ताओं द्वारा अलग अलग स्थानों पर बच्चों में नोटबुक्स वितरण के कार्य का कुल चौदह चरणों में सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। इस अभियान से मुख्यत: सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा नोटबुक्स वितरण के साथ ही बच्चों को गांधी जी के कार्यों और विचारों से भी अवगत कराया जा रहा है।
बीते दो महीने से लगातार जारी यह अभियान भारत के जिन जिलों/शहरों के गांवों एवं कस्बों तक पहुंचा है वे इस प्रकार हैं : लखनऊ (उ.प्र.), बलिया (उ.प्र), वाराणसी (उ.प्र.), मऊ (उ.प्र.), लखीमपुर खीरी (उ.प्र.), उत्तर- पश्चिमी दिल्ली (दिल्ली), बाराबंकी (उ.प्र.) एवं एटा (उ.प्र.)। संगठन के नेतृत्व और इसके सैकड़ों कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों का ही यह परिणाम है कि यह अभियान भारत के विभिन्न स्थानों तक अपनी पहुंच बना सका। इसके प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि न केवल इस अभियान को लोगों की सराहना मिली है बल्कि कई लोगों ने इस अभियान से जुड़कर काम करने की इच्छा भी व्यक्त की है। देश में व्याप्त साम्प्रदायिक नफरत और कई तरह की परेशानियों के बीच ‘घर-घर गांधी’ अभियान एक उम्मीद की तरह दिखाई पड़ता है। यह अभियान अभी जारी है और भारत के जन-जन तक गांधीवादी मूल्यों के प्रचार-प्रसार के लिए लगातार प्रयासरत है।
‘घर-घर गांधी अभियान’ का चौदहवाँ चरण 8 जून को रवीन्द्र पल्ली, लखनऊ के मदरसे में व निकटवर्ती झुग्गी बस्ती में सम्पन्न हुआ। एनएमएसएफ के साथी रजत यादव के नेतृत्व में इस चरण में रमेश कुमार श्रीवास्तव, मुस्कान सोनी, विकास सिंह, एवं मोहित सिंह ने अहम भूमिका निभाई। बच्चों में वितरित की जा रही इन नोटबुक्स का उत्पादन श्रीमद् राजचंद्र मिशन धरमपुर द्वारा किया जा रहा है एवं नेशनल मूवमेंट फ्रंट इस अभियान का देश भर में नेतृत्व कर रहा है।
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