12 जून। अफगान महिलाओं के एक समूह ने उनके अधिकारों के उल्लंघन और सरकारी संस्थानों से महिलाओं को हटाने के विरोध में गुरुवार को काबुल में प्रदर्शन किया। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, समूह ने ‘अफगानिस्तान की महिला सिविल सेवा रोजगार’ के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया और तालिबान से महिलाओं को काम पर लौटने की अनुमति देने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा, कि सरकार के अधिकारी बार-बार यही कह रहे हैं, कि वे तय करेंगे कि महिलाएं सरकारी संस्थानों में काम करती रहेंगी या नहीं, उनका भाग्य अभी भी साफ नहीं है।
इन महिलाओं के अनुसार, वे 10 महीने से काम नहीं कर पा रही हैं और उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सिविल सेवा के कर्मचारी फायका ने कहा, हम अपने धार्मिक अधिकारों को संरक्षित करके काम पर वापस जाना चाहते हैं। गौरतलब है, कि पिछले अगस्त में तालिबान द्वारा देश पर नियंत्रण करने के बाद से सरकारी संस्थानों में अधिकांश महिला कर्मियों को काम करने से वंचित कर दिया गया है, और उनमें से कई को निकाल दिया गया है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने देश में छठी कक्षा से ऊपर के लड़कियों के स्कूलों को फिर से खोलने की भी माँग की। अफगानिस्तान एसोसिएशन की महिला सिविल सेवा रोजगार की प्रमुख नादिरा रशीदी ने कहा, हमारी माँग है कि हमारी बेटियों के लिए स्कूल खोले जाएं, अन्यथा हमें अपनी लड़कियों को विदेश भेजना होगा। इस बीच तालिबान ने लड़कियों की माध्यमिक शिक्षा को निलंबित कर दिया है, और हिजाब का एक सख्त रूप लागू किया है। उन्होंने अफगान महिलाओं को राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में भाग लेने का कोई अवसर नहीं दिया है।
(‘द प्रिंट’ से साभार )