11 अगस्त। बाघमारा गोविंदपुर प्रखंड के बिराजपुर पंचायत में मनरेगा के मजदूर काम करने के बाद भी भुगतान के लिए दर-दर भटक रहे हैं। मजदूरों से काम कराने बाद भी उन्हें मजदूरी नहीं मिली। हालत यह है, कि मजदूर भुगतान पाने के लिए परेशान हैं। नाराज मजदूर बिराजपुर पंचायत के निचितपुर स्कूल में बैठ गए हैं। उनका कहना है, कि पैसे तो लेकर रहेंगे।
मनोज मुर्मू, जितेंद्र मुर्मू, रुपलाल सोरेन, पिंकी देवी, सिकंदर सोरेन, राम सोरेन, पनवा देवी, बुजरू मुर्मू सहित 40 लोगों का मनरेगा के तहत पैसा नहीं मिला। उनसे एक योजना में काम लिया गया। मजदूरों का कहना है, कि रोज अपनी हाजिरी बनाकर काम करते थे। फिर भी पैसा नहीं मिला। मनरेगा योजना के तहत गोविंदपुर प्रखंड के निचितपुर में समतलीकरण एवं बरवाडीह में डोभा का काम किया है। सुबह और शाम उनकी हाजिरी भरी गई थी। मजदूरों का कहना है, कि जियो टैगिंग व ऑनलाइन से उनकी हाजिरी भरी गई है। फिर भी भुगतान नहीं मिला है। मजूदरों ने कहा, कि प्रतिदिन के हिसाब से 237 रुपया मिलना था।