30 अगस्त। देश में भीषण बेरोजगारी और बढ़ती आत्महत्या के खिलाफ युवा नेता अनुपम के नेतृत्व में चम्पारण से शुरू हुई ‘हल्लाबोल यात्रा’ मंगलवार को मुंगेर पहुंच गयी। बिहार के सभी जिलों से होते हुए यात्रा का समापन 23 सितंबर को पटना में बड़े सम्मेलन के साथ होगा। ‘हल्ला बोल यात्रा’ की शुरुआत 16 अगस्त को भितिहरवा स्थित गाँधी आश्रम से हुई थी।
मुंगेर पहुंचने के क्रम में अनुपम ने तारापुर स्थित शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया और फिर सभा को संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता चंदर सिंह राकेश और धन्यवाद ज्ञापन जिला परिषद जितेंद्र सिंह कुशवाहा ने किया। सभा में उपस्थित लोगों में अनुपम के संबोधन के बाद 23 सितंबर को पटना पहुँचने को लेकर भारी उत्साह देखा गया। सबने युवा आंदोलन को पूर्ण समर्थन दिया और अनुपम की अगुवाई में साथ चलने का वादा किया।
मुंगेर पहुंचने पर अनुपम ने कहा कि बेरोज़गारी आज जीवन मरण का सवाल बन चुका है। भविष्य को लेकर युवाओं में अनिश्चितता और अंधकार इस कदर है कि हताशा बढ़ती जा रही है। बेरोजगारी के कारण आत्महत्या की खबरें अब आम बात होती जा रही हैं। इस कारण से युवाओं का सरकार से भरोसा उठता जा रहा है। अब युवाओं को चाहिए भ-रो-सा यानी ‘भारत रोजगार संहिता’। सरकार देश के सभी रिक्तियों को अविलंब भरे और ‘भर्ती आचार संहिता’ लागू कर 9 महीने में नियुक्ति पूरी करे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बोझा ढोने और ठेला चलाने के लिए बिहार के लोगों को हजारों किलोमीटर दूर बम्बई दिल्ली जाना पड़ता है। बंद पड़े चीनी, पेपर और जूट मिलों को पुनर्जीवित किया जाना चाहिए ताकि दो वक्त की रोटी के लिए बिहार के लोगों को पलायन न करना पड़े।
राष्ट्रीय महासचिव व यात्रा प्रभारी प्रशांत ने कहा कि देश में किसानों के आत्महत्या की खबरें पहले खूब आया करती थी। अब भारी संख्या में बेरोजगारी के कारण युवाओं में आत्महत्या की खबरें आ रही है। युवाओं की आत्महत्या देश में राजनीतिक बहस के केंद्र में होना चाहिए। इस मौके पर गुजरात से आये राष्ट्रीय युवा नेता अर्जुन मिश्रा ने कहा कि हम बेरोजगारी के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन खड़ा करने के लक्ष्य की तरफ बढ़ रहे हैं। यह यात्रा देशव्यापी आंदोलन की तैयारी है।