7 अगस्त। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ स्थित कपासन में दशकों से चले आ रहे पेयजल संकट को लेकर स्थानीय लोग बनास नदी में अर्ध जल समाधि लेने के लिए मजबूर हो गए हैं। आंदोलनकारियों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि क्षेत्र में भारी बारिश होने के बावजूद जिले के कपासन, धमाणा और ढिंढोली के तालाब सूखे हैं, जबकि इन तालाबों से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर बनास नदी बह रही है। लोगों की माँग है कि बनास नदी के पानी को राजराजेश्वर तालाब में छोड़ा जाए, जिससे यहाँ पर रहने वाली 40 हजार की आबादी के पीने के पानी का संकट खत्म हो।
आंदोलनकारियों ने कहा कि अगर सरकार द्वारा माँग नहीं मानी गई, तो आंदोलन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा। संगठन के रणनीतिकार घनेन्द्र सिंह सरोहा ने न्यूज-18 के हवाले से बताया, कि राज्य सरकार तक अपनी माँग पहुँचाने के लिए ही संगठन ने क्षेत्रीय जनता के साथ मिलकर इस जलसमाधि आंदोलन की शुरुआत की है। जब तक सरकार माँगों को पूरा नहीं करेगी, हमलोग इसी तरह बनास नदी में बैठकर अनिश्चित काल तक आंदोलन जारी रखेंगे। हमारी सरकार से माँग है, कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकाले।