19 सितंबर। हमारी यात्रा के क्रम में आज युवा शक्ति ने समस्तीपुर जिले में जोरदार स्वागत किया और हमें संविधान की प्रस्तावना भेंटस्वरूप मिली। शहर के बाजार में रोड शो निकाल कर बेरोजगारी के खिलाफ आवाज बुलंद की गई। दलसिंह सराय में हुए जनसंवाद के दौरान सबने 25 सितंबर के युवा सम्मेलन में पटना पहुंचने की बात कही। देखकर बड़ा अच्छा लगा कि पूरे कार्यक्रम में युवाओं और महिलाओं की जमकर भागीदारी रही।
16 अगस्त से चल रही ‘हल्ला बोल यात्रा’ को हर जिले में उम्मीद से बेहतर रिस्पॉन्स मिल रहा है। बेरोजगारी संकट के समाधान के तौर पर हमने ‘भारत रोजगार संहिता’ का प्रस्ताव दिया है। हम इस प्रस्ताव को संक्षिप्त में भ-रो-सा कहते हैं। हर सभा हर संवाद में युवाओं को सरकार से यही भरोसा चाहिए।
पूरी यात्रा के दौरान हमने ये महसूस किया कि आम लोग सब कुछ समझ रहे हैं। ऐसा सोचना गलत है कि सरकार के एजेंडे और प्रोपेगंडा से भ्रमित हो चुकी जनता कुछ समझ नहीं पा रही। असल मे बेरोजगारी और महँगाई के कारण आम आदमी बहुत पीड़ा में है। परेशान है। सरकार की विफलता और वादाखिलाफी के कारण अत्यंत आक्रोश में भी है। जरूरत है बस उन लोगों के बीच जाने की। पूरी संवेदना के साथ खुले मन से संवाद करने की। जनता के दर्द और असंतोष को सकारात्मक दिशा देने की। हताशा और निराशा से निकालकर उम्मीद और समाधान की तरफ ले जाने की। और ऐसा संभव है सिर्फ और सिर्फ एक देशव्यापी युवा आंदोलन के जरिये।
बिहार चरण की हमारी यात्रा के समापन पर रविवार 25 सितंबर को पटना के सिन्हा लाइब्रेरी रोड पर युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसी बैठक में यात्रा के बहुमूल्य अनुभव साझा करते हुए आंदोलन की आगामी रूपरेखा रखी जाएगी। आप भी अवश्य पधारें और राष्ट्रनिर्माण के इस आंदोलन में अपना सहयोग दें, अपनी भूमिका निभाएं।