29 सितंबर। उत्तर प्रदेश के ललितपुर नगरपालिका के आउटसोर्सिंग सफाईकर्मियों के वेतन भुगतान को लेकर जारी हड़ताल एक सप्ताह बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुँची है। स्थानीय विधायक और नेता इन कर्मियों की हड़ताल समाप्त कराने के लिए मंगलवार को धरनास्थल पहुँचे और जल्द ही वेतन भुगतान का आश्वासन दिया, लेकिन कर्मियों ने वेतन भुगतान के बाद ही धरना-प्रदर्शन समाप्त करने की बात कही है। ये सफाईकर्मी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। परिवार का जरूरी खर्च जुटाना भारी पड़ रहा है।
अमर उजाला की एक खबर के मुताबिक शहर में सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे आउटसोर्सिंग कर्मी वेतन के अभाव में आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। कई बार माँग करने के बाद भी जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। परिवार के खर्च पूरा न कर पाने की स्थिति में सफाई कर्मी हड़ताल करने पर मजबूर हो गये।अब त्योहार का मौसम भी सिर पर आ गया है। ऐसे में इन कर्मियों के सामने बड़ी आर्थिक समस्या खड़ी हो गई है।
नगरपालिका के आउटसोर्सिंग कर्मियों की हड़ताल में विभिन्न संगठन व राजनीतिक दल शामिल हुए। लेकिन इसके बाद भी वेतन का भुगतान नहीं हो सका है। कर्मियों का कहना है, कि उन्होंने पालिका में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। किसी भी विपरीत परिस्थितियों में बिना डगमगाए कार्य किया है। लेकिन वेतन भुगतान की बारी आई तो विभागीय अधिकारी उदासीन बने हुए हैं। उन्होंने माँग की है, कि जल्द ही टेंडर कराया जाए। इसके पहले शेष पड़े मानदेय का भुगतान किया जाए।
नगर पालिका आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष करौसिया ने कहा, कि हम सभी कर्मियों को वेतन भुगतान को लेकर कई बार आश्वासन दिए गए हैं, लेकिन अब वेतन का भुगतान न होने तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। जल्द ही वेतन का भुगतान कराया जाए। वहीं कुंज बिहारी बाबरा सफाई कर्मी ने कहा, कि हम सभी कर्मियों ने ईमानदारी व लगन से शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखा है। लेकिन वेतन भुगतान में परेशान किया जा रहा है। टेंडर प्रक्रिया कराई जाए और वेतन दिया जाए।
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