5 अक्टूबर। संवैधानिक प्रावधानों, विभिन्न कानूनी सुरक्षा के बाद भी न्यू इंडिया में छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीति दूर होने का नाम नहीं ले रही। लोग खुलकर कानूनों के उल्लंघन के साथ मानवता को भी शर्मशार कर रहे। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली पट्टी के अंतर्गत एक गाँव का है। जहाँ एक दलित युवक को दुर्गा माँ (प्रतिमा) का पैर छूने पर दबंगों ने लाठी-डंडों से जमकर पीटा, जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दुर्गा पूजा का पंडाल मृतक जगरूप के घर के बगल लगा हुआ था, तो जगरूप पंडाल में दुर्गा माँ का दर्शन करने के लिए गया था और प्रतिमा के चरण छू लिये, जिससे गाँव के कुछ लोग लाठी-डंडों से मारने लगे। जब जगरूप बेहोश होकर गिर पड़ा तो वे जगरूप को चारपाई पर फेंक कर भाग गये।
परिवारीजन आनन-फानन में इलाज के लिए प्रतापगढ़ जिला अस्पताल ले गये, जहाँ पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन रोते बिलखते हुए शव को घर लेकर वापस चले आए। घटना की सूचना पाकर पट्टी पुलिस ने पहुँचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए प्रतापगढ़ भेज दिया गया था। पुलिस ने तीन लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर कर लिया है, किंतु अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हालांकि एफआईआर में घटना की वजह बहन को छोड़ने के लिए मोटरसाइकिल न देना बताया गया है। जबकि मृतक के परिजनों का कहना है, कि पुलिस के दबाव में आकर उन्होंने एफआईआर में मोटरसाइकिल वाली बात लिखवाई है, हकीकत में उसे मूर्ति छूने के कारण पीटा गया था। परिजनों ने शव को घर पर रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई की मांग को लेकर दाह संस्कार से करने से फिलहाल मना कर दिया है।