13 अक्टूबर। हरियाणा के मानेसर स्थित मारुति सुजुकी प्लांट से 2012 में गैरकानूनी रूप से बर्खास्त किए गए मजदूरों ने दो दिवसीय भूख हड़ताल की तथा पुनर्बहाली की मांग को लेकर डीसी ऑफिस ने मौजूद उपायुक्त को ज्ञापन दिया। जिसमें बड़ी संख्या में मारुति सुजुकी के पूर्व कर्मचारी और यूनियन के लोगों ने हिस्सा लिया। विदित हो, कि साल 2012 में कारखाने में आग लगने और एक प्रबंधक की मौत की घटना के बाद कंपनी ने 546 स्थायी और 1800 ठेका श्रमिकों को बिना किसी नोटिस या घरेलू जाँच के कंपनी से बर्खास्त कर दिया था।
साल 2012 से इस हाई प्रोफाइल केस में सजा काट रहे कर्मचारियों को कोर्ट ने दोषी नहीं पाया है। अब यूनियन की प्रबंधन से माँग है कि लगभग 550 कर्मचारियों की बहाली दोबारा से की जाए। मजदूरों ने माँग की है कि भारत सरकार द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप करके श्रमिकों के मुद्दों का तत्काल समाधान निकालना चाहिए। इस दो दिनों की भूख हड़ताल में मारुति सुजुकी के चारों प्लांट सहित, सोनीपत से मजदूर अधिकार संगठन, इंकलाबी मजदूर केंद्र, मजदूर सहयोग केंद्र सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।