1 नवंबर। पंजाब के संगरूर में धरने पर बैठे किसानों की माँगों को अंततः सरकार ने मान लिया है। माँगें माने जाने के उपरांत भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने 21 दिन बाद धरना खत्म कर दिया। किसान बीते 9 अक्टूबर से अपनी माँगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठे थे। कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने यूनियन के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां समेत 5 प्रमुख नेताओं के साथ शुक्रवार को पटियाला के सर्किट हाउस में एक बैठक की। बैठक में सीनियर किसान नेता जगतार सिंह कालाझाड़, शंगारा सिंह और रूप सिंह छन्ना के अलावा डीसी व आईजी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
‘काउंटर करंट’ न्यूज के हवाले से जोगिंदर सिंह उगराहां ने बताया, कि सरकार ने पहले ही उनकी माँगों को स्वीकार कर लिया था, जिसका कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया था। लेकिन अब पंजाब सरकार ने किसानों की सभी माँगों को लिखित रूप में मान लिया है। साथ ही सरकार ने किसान संगठन को भरोसा दिलाया है, कि किसानों की शराब फैक्ट्री बंद करने की माँग को भी 3 महीने के भीतर हल कर लिया जाएगा। विदित हो कि किसानों ने खराब हुई फसल का मुआवजा लेने, बड़ी कंपनियों का दूषित पानी धरती में जाने से रोकने, पराली प्रबंधन के लिए पुख्ता प्रबंध करते हुए किसानों को आर्थिक मदद प्रदान करने तथा किसान मजदूरों पर दर्ज किए केस रद्द करने सहित विभिन्न माँगों को लागू करवाने के लिए धरना प्रदर्शन किया था।