5 दिसंबर। झारखंड पावर वर्कर्स यूनियन की ऊर्जा विकास निगम प्रबंधन के साथ वार्ता विफल हो गयी। लिहाजा सोमवार को राज्य के बिजलीकर्मियों ने निगम मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और 7 दिसंबर से वे बेमियादी भूख हड़ताल पर जाएंगे। प्रबंधन के बुलावे पर यूनियन के प्रतिनिधि वार्ता के लिए निगम मुख्यालय गए। इस संबंध में यूनियन के अध्यक्ष आशीष कुमार ने मीडिया के हवाले से बताया, कि प्रबंधन ठोस बातों की जगह फिर से झूठा आश्वासन देने पर तुला था। जिसे यूनियन ने अस्वीकर कर दिया। यूनियन का साफ कहना है, कि अब आश्वासन से काम नहीं चलेगा। हमें अमल चाहिए। मगर प्रबंधन टालमटोल करता रहा। इसके बाद वे अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आंदोलन को यथावत रखेंगे। यूनियन ने सरकार से माँग की है, कि इस बिंदु पर जल्द हस्तक्षेप करें। सोमवार को हुई वार्ता में महाप्रबंधक (कार्मिक सामान्य प्रशासन) झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड सुनील दत्त खाखा, यूनियन अध्यक्ष आशीष कुमार, महामंत्री वरुण कुमार सिंह आदि शामिल थे।
प्रमुख माँगें
1) झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के पत्रांक संख्या 458 दिनांक 02/09/2022 को अविलंब रद्द करते हुए झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के अधिसूचना संख्या 625 दिनांक 30/05/2022 के तहत सभी कर्मियों को ऑर्गनाइजेशन स्ट्रक्चर, डेजिगनेशन मैपिंग के अनुरूप प्रोन्नति दी जाए।
2) विज्ञापन संख्या 01/2006 के तहत सभी अनुबंध कर्मियों को नियमित किया जाए।
3) आंतरिक नियुक्ति विज्ञापन संख्या 05/ 2016 में आंतरिक नियुक्ति के तहत नियुक्त कर्मियों को यथाशीघ्र नियुक्ति दी जाए।
4) निगमकर्मियों को 6 प्रतिशत ऊर्जा भत्ता मिले।
5) झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के पे-मैट्रिक्स के ग्रेड पे 3000 रुपये में ग्रेज्यूएट लेबल कर्मियों (कार्यालय सहायक एवं कनिय लेखा लिपिक) के इनिशियल पे को झारखंड सरकार के पे मैट्रिक्स के ग्रेड-पे के इनिशियल पे के अनुपात में सुधार कर बढ़ोत्तरी करते हुए सातवें वेतनमान के लागू होने की तिथि उसे दिया जाए।
6) प्रबंधक (तकनीकी) के पदों को 50 प्रतिशत पद पर आईटीआई वालों को प्रोन्नति देकर भरा जाए और शेष 50% पदों पर सीधी नियुक्ति की जाए।
7) बोर्ड/निगम द्वारा वर्ष 2007 से आंतरिक नियुक्ति के तहत नियुक्त कर्मियों के मामले में निदेशक मंडल से अनुमोदन प्राप्त कर उक्त नियुक्ति को यथावत रखते हुए उन सभी को नए ऑर्गनाइजेशन के तहत प्रोन्नति दी जाए।