19 दिसंबर। यूथ फॉर स्वराज के 35 साथी रविवार को भारत यात्रा से तीन दिन के लिए जुड़े और इस यात्रा के उद्देश्यों के प्रति अपना समर्थन और अपनी एकजुटता जाहिर की। सुबह से ही इन युवा साथियों ने दौसा, राजस्थान में यात्रा में चलना प्रारंभ किया। 19 को भी सभी साथी यात्रा में जुड़े रहे और यात्रा में चल रहे नेताओं और साधारण यात्रियों का ध्यान बेरोजगारी, उच्च शिक्षा का बाजारीकरण, पेपरों में धांधली और अग्निपथ स्कीम की ओर केंद्रित करने का प्रयास किया। 20 दिसंबर को भी ये साथी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल रहेंगे।
युथ फॉर स्वराज के साथियों ने सोमवार को राजस्थान के बांदीकुई से यात्रा प्रारंभ की। यात्रा में चलते हुए आम यात्रियों के बीच पर्चा वितरण किया।
इस पर्चे का शीर्षक था, “बेरोज़गारी : समस्या और समाधान”। इस पर्चे का महत्त्व था भारत जोड़ो यात्रियों और राजस्थान के आम नागरिकों का ध्यान बेरोज़गारी की व्यथा की ओर केंद्रित करना। पर्चे में चार महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर बात की गई है। पहली, इससे बेरोज़गारी से निराश युवाओं की आत्महत्याओं पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत सामने आई। दूसरी, पर्चे में अग्निपथ योजना के बारे में भी बताया गया है कि कैसे यह योजना देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करती है। तीसरी महत्वपूर्ण बात इस पर्चे में पेपरों में हो रही धांधली के सिलसिले में की गई है। अंतिम और चौथा महत्वपूर्ण बिंदु उच्च शिक्षा में चल रहा बाजारीकरण है।
इस पर्चे की खास बात यह है की इसमें समस्याओं का हल भी सुझाया गया है। युथ फॉर स्वराज का यह मानना है कि इस यात्रा की सबसे बड़ी सफलता तभी मुमकिन होगी जब देश की राजनीति में इन समस्याओं को प्राथमिकता मिलेगी और इन उपायों पर केंद्रीय और राज्य सरकारें गंभीरता से विचार करके, इन्हें जल्द से जल्द लागू करेंगी।