23 दिसंबर। पंजाब के फिरोजपुर जिले के मंसूरवाल कलां गाँव में शराब की एक फैक्ट्री के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुँचने के लिए पुलिस बैरिकेडिंग जबरन पार करने की किसान संगठनों की कोशिश के दौरान हुई झड़प में की किसानों के अलावा आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस मामले में बुधवार को 1,100 से ज्यादा अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हत्या का प्रयास, हथियार कानून और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने से रोकने वाले कानून सहित अन्य संबंधित कानूनों में मामला दर्ज किया गया है। वहीं एक अन्य मामले में प्रदर्शन स्थल पर बिजली चोरी के आरोप में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सांझा मोर्चा जीरा के बैनर तले ग्रामीण पिछले पाँच महीनों से शराब की फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, भूजल के प्रदूषित होने और वायु प्रदूषण की आशंका जताकर उसे बंद करने की माँग कर रहे हैं। किसान संगठनों के सदस्यों ने मीडिया के हवाले से बताया, “हम लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन पुलिस प्रशासन ने धरने को हटने के लिए लोगों पर लाठीचार्ज किया।” पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया था कि उनके हितों की रक्षा की जाएगी, और कहा था, कि इस संबंध में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों वाली विशेष तथ्यान्वेषी समितियों का गठन किया जाएगा।
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