24 दिसंबर। राजस्थान के बांसवाड़ा पालोदा क्षेत्र के कई गाँवों के किसानों के खेतों में माही का पानी नहीं पहुँच रहा है। इससे किसानों में काफी रोष व्याप्त है। शुक्रवार को पलौदा-परतापुर रोड पर दर्जनों गाँवों के किसान जमा हो गए। इधर किसानों ने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए समस्या के समाधान की माँग की। किसान मोर्चा के पालोदा मंडल अध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह धूलजी का गढ़ा और भगवत सिंह वाघेला बाई का गढ़ा ने मीडिया के हवाले से बताया, कि पहले पालोदा और बड़ोदिया माइनर में 15-15 दिन पानी दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। कोटड़ा में ही पानी पहुँचता है, वह भी आधी रात को बंद कर दिया जाता है। जिससे कोटड़ा बाड़ा, नदियाड़ा, धूलजी का गढ़ा, बाई का गढ़ा व बड़ोदिया के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है।
बुवाई के करीब एक माह बीत जाने के बाद भी पानी के अभाव में बीज अंकुरित नहीं हो रहे हैं, और कहीं-कहीं बीज अंकुरित हुए हैं तो वह भी नष्ट होने की कगार पर हैं। विभाग के अधिकारियों को समस्या की जानकारी देने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। कस्बे में खाद वितरण को लेकर भी अव्यवस्था है। यहाँ शुक्रवार को सहकारी समिति द्वारा खाद वितरण की शुरुआत की गई। सूचना पर बड़ी संख्या में किसान जुट गए। इधर हंगामे की स्थिति पर समिति प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी। बाद में पुलिस की मौजूदगी में वितरण करना पड़ा। समिति के प्रबंधक गजराज सिंह चौहान ने बताया, कि एकसाथ लोगों की भीड़ होने के कारण खाद वितरण में काफी परेशानी होती थी।