आज कोई संस्थान नहीं बचा जो राजा का बाजा न बजा रहा हो – विजय प्रताप

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10 जनवरी। वामपंथी तथा समाजवादी आंदोलन की भूलों के चलते आंदोलन का नुकसान हुआ है और आज समाजवादी और कम्युनिस्ट आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ता हाशिए पर चले गए हैं। वर्तमान सरकार जिस तरह से काम कर रही है उसके चलते लोकतंत्र और देश के सामने परिस्थितियां जटिल हो गई हैं तथा गंभीर चुनौती का वातावरण है। आज देश में कोई संस्थान ऐसा नहीं बचा है जो राजा का बाजा न बजा रहा हो। कांग्रेस-भाजपा सहित अधिकांश राजनीतिक दल वोट कबाडू दल बन गए हैं और नीति और नीयत दोनों ही गड़बड़ है। उक्त विचार दिल्ली से आए वरिष्ठ समाजवादी चिंतक विजय प्रताप ने इंदौर में वामपंथी तथा समाजवादी साथियों और ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं की एक संगोष्ठी में बोलते हुए व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि दलित वंचित लोगों को बजाय जातियों के झगड़े में उलझने के मध्यम मार्ग पर चलने की कोशिश करनी चाहिए। समाज के हर वर्ग में जाकर वामपंथी, समाजवादी कार्यकर्ताओं और नेताओं को नियमित बातचीत करनी चाहिए तथा कोशिश होनी चाहिए कि समाज के सभी वर्गों को साथ ले सकें।

विजय प्रताप ने कहा कि समाज की संपत्ति चंद हाथों में सिमटती जा रही है। इससे निपटने के लिए समाजवादी और वामपंथी दलों को किसी रणनीति पर विचार करना चाहिए। देश में साझा अंतरदलीय मंच बनने चाहिए जो आर्थिक सामाजिक सवालों पर साझा कार्यक्रम तय करें। आम लोगों की आर्थिक समृद्धि के लिए नागरिक चार्टर बनाएं।

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ समाजवादी और गांधीवादी नेता अनिल त्रिवेदी ने कहा कि इस बात पर वामपंथी समाजवादी कार्यकर्ताओं को विचार करना चाहिए कि वैचारिक जड़ता कैसे खत्म हो। हम हमारे मूल्यों की चर्चा करने की भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। वामपंथी समाजवादी कार्यकर्ताओं ने सवाल करना छोड़ दिया है। इस स्थिति से निपटने के लिए समाजवादी वामपंथी कार्यकर्ताओं को मैदान में आना चाहिए और बस्ती-बस्ती, मोहल्ले-मोहल्ले जाकर लोगों को आंदोलित करने के लिए तैयार करना चाहिए।

संगोष्ठी में रुद्रपाल यादव,ज्ञरामस्वरूप मंत्री, प्रमोद नामदेव, चुन्नीलाल वादिनी, लक्ष्मण सेनानी, अमूल्य निधि, आदि ने भी विचार व्यक्त किए और विजय प्रताप जी से सवाल भी पूछे। संगोष्ठी में अरविंद पोरवा, भारत चौहान, पुष्पेंद्र राजपूत, ओमप्रकाश खटके, राकेश बाथम, इकबाल अनवर, सैयद साजिद अली, फादर बायस, राकेश चांदोरे, दिलीप कौल, विजय राजपूत, भारत सिंह ठाकुर, अजय बागी और समीरा सहित बड़ी संख्या में वामपंथी समाजवादी कार्यकर्ता शामिल थे। संगोष्ठी का संचालन रुद्रपाल यादव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन रामस्वरूप मंत्री ने किया।

संगोष्ठी में निर्णय लिया गया कि वामपंथी समाजवादी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए शहर के विभिन्न इलाकों में हर महीने दो या तीन संगोष्ठी आयोजित की जाएंगी, जिसमें सरकार की जन विरोधी नीतियों और जनता के सवालों को लेकर लोगों को आंदोलित करने और नौजवानों को संगठित करने का प्रयास किया जाएगा।

– रामस्वरूप मंत्री
प्रदेश अध्यक्ष
सोशलिस्ट पार्टी इंडिया मध्य प्रदेश

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