30 जनवरी। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के नगरनार में एनएमडीसी स्टील प्लांट बनकर तैयार होने वाला है। केंद्र सरकार ने इस स्टील प्लांट के निजीकरण का फैसला लिया है। इस प्लांट के निजीकरण की प्रक्रिया के बीच शुक्रवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नगरनार के प्रभावित किसानों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने प्लांट के निजीकरण का जमकर विरोध किया। साथ ही स्टील प्लांट के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया, जिससे प्लांट में काम पूरी तरह से प्रभावित रहा। ग्रामीणों का कहना है कि केंद्र सरकार को इस स्टील प्लांट को किसी भी कीमत पर निजी हाथों में सौंपने नहीं दिया जाएगा। इस प्लांट को एनएमडीसी को ही संचालन करना पड़ेगा या फिर केवल राज्य सरकार ही इसका संचालन करेगी।
धरने के दौरान संयुक्त पंचायत जन संघर्ष समिति और स्थानीय जन प्रतिनिधियों द्वारा लाये गए एक प्रस्ताव में निर्णय लिया गया, कि नगरनार स्टील प्लांट की नीलामी में कोई भी बोलीदार बोली नहीं लगाये, जो भी बोली लगाएगा उसको नगरनार स्टील प्लांट में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा, इसका संचालन तो दूर की बात है। एक हजार से ज्यादा ग्रामीण, स्थानीय प्लांट के कर्मचारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इकट्ठा होकर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इससे एक दिन प्लांट में काम प्रभावित रहा; अगर केंद्र सरकार फिर भी प्लांट के निजीकरण का फैसला लेती है, तो आने वाले समय में नगरनार गाँव के हजारों ग्रामीण उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
(‘मेहनतकश’ से साभार)