स्वराज इंडिया ने कहा है कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपने क्षेत्र में हुए अपराध के लिए मुकदमा दर्ज न करना निंदनीय है — हरियाणा सरकार स्पष्ट करे कि क्या राज्य में कुछ समूहों को गौ रक्षक के तौर पर मान्यता देकर पुलिस के सहयोग से गौ तस्करी के नाम पर कार्रवाई करने का जिम्मा दिया गया है
स्वराज इंडिया ने मांग की है कि राजस्थान पुलिस मृतकों के परिवारजनों की शिकायत को प्रथम दृष्टि में सही मानते हुए आरोपियों को तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ करे, और गौ-रक्षा के नाम पर हो रही हिंसा के मामले पर ठोस कदम उठाए।
18 फरवरी. स्वराज इंडिया ने राजस्थान के जुनैद व नासीर की नृशंस हत्या और इस मामले की जांच और कार्रवाई में प्रशासनिक निष्क्रियता की निंदा की है। स्वराज इंडिया ने अपनी विज्ञप्ति में बताया है कि राजस्थान के थाना गोपालगढ़ के गाँव घाटमिका के जुनैद व नासीर बुधवार की सुबह अपनी बोलेरो लेकर घर से निकले। उसी दिन परिवार के सदस्यों को मिली सूचना के आधार पर जुनैद व नासीर के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई। गोपालगढ़ थाना में लापता होने का पर्चा दर्ज किया गया। अगले दिन हरियाणा के भिवानी जिला के लोहारू क्षेत्र में जंगल के पास एक जली हुई बोलेरो की सूचना मिली जिसमें दो जली हुई लाशें थीं। अंततः ये शव जुनैद व नासीर के तौर पर पहचाने गए। मृतकों के परिवारजनों का आरोप है कि हरियाणा पुलिस के कर्मियों व कुछ तथाकथित गौ रक्षकों ने जुनैद व नासीर की बोलेरो को रोक कर उनसे निर्मम मारपीट की। उसके बाद उन्हें पुलिस थाने ले गए। मगर जुनैद व नासीर की गंभीर हालत देखकर थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की व उन्हें वहां से ले जाने को बोला। उसके बाद इन दोनों को करीब 160 किलोमीटर दूर लोहारू के पास लाया गया और बोलेरो में आग लगाकर जिन्दा जला दिया गया।
आरोप मानेसर निवासी मौनू के खिलाफ लगाए गए हैं, जो पहले ही गौ रक्षक के नाम पर अपराध में नामित है। अब राजस्थान पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। वहीं गुरुग्राम क्षेत्र में बजरंग दल जैसे संगठन मोनू के पक्ष में उत्तर आये हैं। हरियाणा पुलिस ने राजस्थान में पर्चा दर्ज होने का बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। हरियाणा व राजस्थान में बार-बार तथाकथित गौ रक्षकों द्वारा मेव समाज के लोगों पर गौ तस्करी के आरोप लगाकर कानून अपने हाथ में लेकर अपराध को अंजाम देने की घटनाएं सामने आ रही हैं। और राज्य सरकारें इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से बचती रही हैं, जिससे तथाकथित गौ रक्षक कानून अपने हाथ में लेकर अपराध करने का हौसला पाते हैं।
हरियाणा पुलिस द्वारा अपने क्षेत्र में हुए अपराध के लिए मुकदमा दर्ज न करना निंदनीय है। आरोप हरियाणा पुलिस कर्मियों व तथाकथित गौ रक्षकों के साथ ही उस थाना प्रभारी पर भी है जहां जुनैद व नासीर को घायल अवस्था में ले जाया गया था। हरियाणा सरकार स्पष्ट करे कि क्या राज्य में कुछ समूहों को गौ रक्षक के तौर पर मान्यता देकर पुलिस के सहयोग से गौ तस्करी के नाम पर कार्रवाई करने का जिम्मा दिया गया है। अगर ऐसा है तो राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त उन गौ रक्षकों द्वारा इस पहचान से किये गए अपराध के लिए जिम्मेदार हरियाणा सरकार है।
राजस्थान व हरियाणा पुलिस प्रशासन की नाकामी का दायित्व दोनों सरकारें स्वीकार करें। आरोप के अनुसार राजस्थान से दो व्यक्तियों का अपहरण होना और हरियाणा में उनसे मारपीट करना, थाने में जानकारी मिलने के बाद पुलिस द्वारा अपराधियों/आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न किया जाना और दोनों मृतकों की लाश का 160 किलोमीटर दूर हरियाणा जली हुई बोलेरो में जली हुई अवस्था में मिलना दोनों राज्यों की पुलिस व सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जुनैद व नासीर की जली हुई क्षत-विक्षत देह का हरियाणा के लोहारू क्षेत्र में जली हुई बोलेरो में मिलना हमारी मानवीयता को शर्मसार करता है। यह निंदनीय व जघन्य घटना समाज को झकझोरने व सरकार को शर्मसार करने के लिए बड़ी घटना है। यह घटना हरियाणा व राजस्थान की ध्वस्त कानून व्यवस्था को दर्शाती है।
स्वराज इंडिया ने मांग की है कि राजस्थान पुलिस मृतकों के परिवारजनों की शिकायत को प्रथम दृष्टि में सही मानते हुए आरोपियों को तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ करे, और गौ-रक्षा के नाम पर हो रही हिंसा के मामले पर ठोस कदम उठाए।