28 फरवरी। प्याज की कीमतों में लगातार गिरावट से नाराज किसानों ने महाराष्ट्र के नासिक क्षेत्र के लासलगाँव और नंदगाँव कृषि उत्पाद बाजार समिति(एपीएमसी) में प्याज की नीलामी रोक दी है। प्याज की प्रतिकिलो कीमत घटकर दो से चार रुपए रह गई थी, जिससे किसान काफी नाराज थे। हालांकि नासिक के प्रभारी मंत्री दादा भूसे के आश्वासन के बाद किसानों ने विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया। करीब डेढ़ घंटे के विरोध प्रदर्शन के बाद नंदगाँव मंडी में नीलामी फिर से शुरू हो गई, लेकिन लासलगाँव प्याज मंडी में प्रक्रिया पूरे दिन फिर से शुरू नहीं हो सकी, क्योंकि किसानों ने 10 घंटे तक अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा, जब तक कि जिला पालक मंत्री दादा भुसे मुंबई से लासलगाँव नहीं पहुँच गए।
‘प्रभा साक्षी’ की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में प्याज उत्पादक किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, क्योंकि उन्हें अपनी उपज को लागत से बहुत कम कीमत पर बाजार में बेचना पड़ रहा है। महाराष्ट्र में चूंकि इस समय विधानसभा का बजट सत्र भी चल रहा है, इसलिए इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गयी है। विधानसभा परिसर में विपक्षी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक प्याज लेकर आये और प्याज की माला भी पहनकर आये ताकि सरकार का ध्यान प्याज उत्पादक किसानों की समस्याओं की ओर आकर्षित हो सके। विदित हो कि लासलगांव कृषि उत्पाद बाजार समिति(एलपीएमसी) एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। प्याज की कीमत घटकर दो से चार रुपये प्रति किलो रह गई है, जिससे किसान नाराज हैं। कृषि उपज का मूल्य नहीं मिलने से किसान आर्थिक संकट में हैं। किसानों को प्याज सड़कों पर फेंकना पड़ रहा है।