6 मार्च। धनबाद में बीसीसीएल से करोड़ों रुपए का टेंडर लेकर आउटसोर्सिंग कंपनी कोयला खनन व ट्रांसपोर्टिंग का कार्य कर रही है, लेकिन खनन व ट्रांसपोर्टिंग में नियमों का तनिक भी पालन नहीं कर रही है। इससे धनबाद में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। पर्यावरण व आम लोगों की परवाह किए बिना कंपनियां खुद की कमाई में लगी हुई हैं। कंपनी के हाइवा बिना तिरपाल से ढंके ही कोयले की ढुलाई करते हैं। इससे धूल उड़ने से एक तरफ जहाँ प्रदूषण बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर रोड पर कोयले के अंश गिरने से दुर्घटना का खतरा बना रहता है, साथ ही रोड की भी बर्बादी होती है। अधिक ट्रांसपोर्टिंग के चक्कर में तेज गति से दौड़ते कंपनी के हाइवा राह चलते लोगों की जान का दुश्मन बने हुए हैं।
यही नहीं, ब्लॉक-दो की बेनीडीह साइडिंग में रेलवे के बैगन में बिना क्रश किये ही जलता हुआ कोयला होलपेक से डाल दिया जाता है। कुछ दिन पहले बेनीडीह साइडिंग से भेजे गए रेलवे वैगन में लगी आग को महुदा रेलवे स्टेशन जंक्शन के समीप काफी मशक्कत बाद बुझाया गया था। मनमाने ढंग से ट्रांसपोर्टिंग व क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण से कंपनी के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस मुद्दे पर कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ ग्रामीणों की कई बार झड़प भी हो चुकी है। आउटसोर्सिंग कंपनी के समीप रहने वाले केसरगढ़ पंचायत के ग्रामीणों ने प्रदूषण तथा अन्य मुद्दों पर 13 मार्च को कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी है।