8 मार्च। कर्नाटक से जातिगत भेदभाव का एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। राज्य के हावेरी जिले के नंदीहल्ली गाँव में दलितों के दो घरों को ग्रामीणों ने एक वर्ग ने आग लगा दी, क्योंकि वे गाँव के मेले में दलित बच्चों के नाचने का विरोध कर रहे थे। विदित हो कि नंदीहल्ली गाँव में एक मेला चल रहा था, जिसमें दलित समुदाय के कुछ बच्चे जुलूस में नाचने लगे। ग्रामीणों के एक वर्ग ने इसका विरोध किया। इससे मारपीट की नौबत आ गई।
इससे क्षुब्ध होकर उस रात ग्रामीणों के एक वर्ग ने दलितों के दो घरों में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। दोनों घरों में सो रहे करीब 12 सदस्यों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी इस मामले का जायजा लेने के लिए नंदीहल्ली गाँव पहुँचे, और इस घटना में संलिप्त दो लोगों ने आत्मसमर्पण कर दिया। बाकी आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस का अनुमान है कि जल्द ही बाकी ग्रामीण आत्मसमर्पण करेंगे। उनकी लगातार तलाश की जा रही है।