4 अप्रैल। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी(सीएमआईई) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की बेरोजगारी दर मार्च में बढ़कर 7.8 फीसदी हो गई है जो कि तीन महीने का उच्चतम स्तर है। ये बेरोजगारी ऐसे समय में सामने आई है, जब भारत समेत वैश्विक स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। विश्व की कई दिग्गज कंपनियां लोगों को नौकरी से निकाल चुकी हैं, और ये आँकड़ा लगातार आगे बढ़ रहा है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी(सीएमआईई) के प्रबंध निदेशक महेश व्यास ने पीटीआई के हवाले से बताया, कि भारत का श्रम बाजार मार्च 2023 में बुरी स्थिति में आ गया। बेरोजगारी दर फरवरी के 7.5 फीसदी से बढ़कर मार्च में 7.8 फीसदी हो गई।
इसका प्रभाव श्रमबल भागीदारी दर पर भी पड़ा, जो 39.9 फीसदी से गिरकर 39.8 फीसदी रह गई। इससे रोजगार दर फरवरी के 36.9 फीसदी से गिरकर मार्च में 36.7 फीसदी रह गई। इसी अवधि के दौरान रोजगार पाने वाले लोगों की संख्या भी 409.9 मिलियन से घटकर 407.6 मिलियन हो गई।