7 अप्रैल। ‘जाति है, कि जाती नही’ उक्त कड़वी हकीकत का सामना आए दिन हाशिये पर खड़ा दलित समुदाय कर रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का है, जहाँ शादी के लिए मंडप बुक कर देने के बाद संचालक को जैसे ही पता चला कि बुकिंग करनेवाला व्यक्ति दलित है, तो मंडप संचालक ने बुकिंग ही कैंसिल कर दी। जिसको लेकर दलित परिवार ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों ने मंडप के संचालक पर कार्रवाई करने और उसी मंडप में शादी कराने की माँग भी की है। वहीं पुलिस ने मंडप संचालक के खिलाफ आईपीसी की धारा 504 एवं 506 के साथ-साथ एससी/एसटी ऐक्ट की धारा 3(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नगर निगर में सफाई कर्मचारी जयदीप ने अपनी बहन पिंकी की शादी के लिए एक मंडप बुक किया था। जयदीप ने बताया कि उनकी बहन की शादी 9 अप्रैल को होनी है, जिसके लिए उन्होंने हापुड़ रोड पर गोल्डन गार्डन फार्म हाउस में बुकिंग की हुई थी। इसके लिए जयदीप ने 10 हजार रुपए एडवांस भी दिए थे। जयदीप ने बताया कि बुधवार की शाम उनके पास फार्म हाउस के मैनेजर रईस का फोन आया। रईस ने कहा, कि तुम्हारी बुकिंग कैंसिल कर दी गई है, क्योंकि तुम एक दलित जाति से हो।
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