9 अप्रैल। बेलसोनिका यूनियन ने ठेका प्रथा के खात्मे, यूनियन पर हो रहे हमलों का विरोध करने, निलंबित व बर्खास्त मजदूरों की कार्य बहाली कराने, फर्जी दस्तावेजों के नाम पर छिपी छंटनी पर रोक लगाने, चार घोर मजदूर-विरोधी लेबर कोड्स को रद्द करने इत्यादि माँगों को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में यूनियन ने बताया कि मानेसर स्थित बेलसोनिका फैक्ट्री प्रबंधन विगत 15 वर्षों से कार्य कर रहे स्थायी श्रमिकों व सात-आठ वर्षों से कार्य कर रहे ठेका श्रमिकों को फर्जी दस्तावेजों का हवाला देकर काम से निकालना चाहता है। प्रबंधन ने लगभग 30 स्थायी श्रमिकों तथा चार ठेका श्रमिकों को फर्जी दस्तावेजों का हवाला देकर आरोपपत्र जारी किए तथा उनकी घरेलू जाँच की कार्यवाही पूरी कर ‘सेवा बर्खास्तगी के प्रस्ताव’ सहित द्वितीय कारण बताओ नोटिस भी जारी कर चुका है।
यूनियन ने आरोप लगाया कि प्रबंधन फर्जी दस्तावेजों के जरिये छंटनी कर बची-खुची मजदूर यूनियन को कमजोर करने तथा तोड़ने की साजिश कर रहा है, ताकि श्रमिकों की सामूहिक समझौते की ताकत को खत्म किया जा सके।यूनियन ने प्रेस वार्ता में बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा की जा रही तानाशाही के साथ-साथ पूरे मजदूर वर्ग पर हो रहे हमलों तथा लेबर कोड्स व ठेका प्रथा पर सवाल उठाए। मजदूर वर्ग पर हो रहे इन हमलों के खिलाफ यूनियन ने मजदूरों की वर्गीय एकता बनाकर लड़ने का आह्वान किया है। यूनियन ने आगे कहा कि मजदूर वर्ग को इन हमलों के खिलाफ अपनी क्षेत्रीय एकता से लेकर राष्ट्रीय एकता बनाकर संघर्ष को व्यापक बनाना होगा। बेलसोनिका यूनियन ने सभी मजदूर यूनियनों, किसान संगठनों, इंसाफ पसंद जनता से इस संघर्ष में एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया है।