12 अप्रैल। ‘झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन’ समेत छात्र नेताओं ने 1932 खतियान आधारित स्थानीय और 22 नियोजन नीति की माँग को लेकर 19 अप्रैल को झारखंड बंद का आह्वान किया है। इससे पहले छात्र 17 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी करेंगे। वहीं 18 अप्रैल को बंद की पूर्व संध्या पर मशाल जुलूस निकालेंगे। बुधवार को झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के छात्र नेताओं ने बैठक की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अपनी माँगों व हक के लिए 72 घंटे का आंदोलन करेंगे।
इस मौके पर आदिवासी छात्रसंघ के अध्यक्ष सुमित उरांव के साथ अन्य छात्र संगठनों के कई छात्र नेताओं ने सभी जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों से कार्यक्रम में आने की अपील की है। छात्र नेताओं ने मीडिया के हवाले से बताया, कि जिस तरीके से बिहार में नीतीश कुमार की कैबिनेट में फैसला लिया गया, कि सभी नियुक्तियों में बिहारियों का कॉलम बना रहेगा, उसी तरीके से झारखंड में भी झारखंडियों के लिए कॉलम बनाया जाए। अन्यथा छात्र सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करते रहेंगे।