9 मई। मध्य प्रदेश में विभिन्न माँगों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल 20 दिनों से अनवरत जारी है। स्वास्थ्यकर्मी राजधानी के कमला पार्क में परिवार सहित भूख हड़ताल पर बैठे हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का भी फैसला किया है। संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएँ बदहाल हैं, इससे आम जनता को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस मामले को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी ट्वीट कर कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार इन्हें कोरोना योद्धा बता रही थी, और यही 20 दिन से हड़ताल पर हैं। अपनी ही मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार उनकी माँगों पर तुरंत विचार करे।
प्रमुख माँगें
1) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
2) स्वास्थ्य कर्मचारियों को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नीति रेगुलर कर्मचारियों के समकक्ष 90% वेतनमान तत्काल लागू किया जाए।
3) सीएचओ कैडर को एमएलएचपी के तहत नियमित किया जाए।
4) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउटसोर्स ठेका प्रथा खत्म की जाए।
5) निष्कासित कर्मचारियों को शत-प्रतिशत वापस लिया जाए।
6) बीते दिसंबर माह में हुई अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान जिन कर्मचारियों पर पुलिस केस दर्ज किए गए हैं, उन्हें तत्काल वापस लिया जाए।