11 मई। प्रख्यात सर्वोदयी नेता व एकता परिषद के संस्थापक श्री राजगोपाल पीवी को न्याय और शांति के लिए अहिंसक माध्यमों से उनके असाधारण योगदान के मद्देनजर गुरुवार को जापान में 40वें निवानो शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार दुनिया की प्रतिष्ठित संस्था निवानो पीस फाउंडेशन, जापान के अध्यक्ष श्री रेव निचीको निवानो और डॉ फलेमिनिया गिओवनेली ने दिया। श्री राजगोपाल ने यह सम्मान 11 मई को जापान की राजधानी टोक्यो में इंटरनेशनल हाउस ऑफ जापान के मुख्य समारोह में ग्रहण किया।
उल्लेखनीय है कि दुनिया के 125 देशों के 600 से अधिक प्रस्तावों (नामांकनों) में से जूरी ने राजगोपाल को इस पुरस्कार के लिए चुना।
एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रन सिंह परमार ने बताया कि श्री राजगोपाल पीवी ने प्राकृतिक संसाधनों जल, जंगल और जमीन पर गरीबों के अधिकार के लिए देश भर के कई प्रांतों व राष्ट्रीय स्तर पर सत्याग्रह पदयात्राएँ कीं और वंचितों के अधिकार को अहिंसात्मक तरीके से राज्य व केंद्र सरकारों के समक्ष उठाकर नीतिगत बदलाव के लिए प्रयास किये हैं।
पुरस्कार मिलने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए राजगोपाल पीवी ने कहा कि दुनिया में शांति के लिए चार दृष्टिकोण- अहिंसक शासन, अहिंसक सामाजिक कार्रवाई, अहिंसक अर्थव्यवस्था और अहिंसक शिक्षा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भले यह पुरस्कार उनको एक व्यक्ति के रूप में दिया गया है लेकिन इसकी धनराशि लगभग 1 करोड़ 22 लाख रुपये से एक शांति कोष स्थापित करेंगे, जो दुनिया के विभिन्न हिस्सों में शांति निर्माण के लिए ‘फोर–फोल्ड दृष्टिकोण’ को सहयोग करने में मदद करेगा।
(सप्रेस)